शनिवार, 17 सितंबर 2022

हिन्दी पखवाड़ा कार्यक्रम डॉ. चंद्रकांत तिवारी

 *हिन्दी पखवाड़ा*

1 सितंबर से 15 सितंबर

16 सितंबर से 30 सितंबर ।

भारत सरकार की राजभाषा नीति/नियमों के अनुसरण में राजभाषा हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिए वर्ष भर कई समारोहों का आयोजन किया जाता है। प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को 'हिन्दी दिवस' मनाया जाता है और 1 सितम्बर से 15 सितंबर या 15 सितम्बर से 30 सितंबर तक हिन्दी पखवाड़ा मनाया जाता है। इस दौरान प्रशासन के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को राजभाषा हिन्दी में काम करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु हिन्दी में टिप्पण एवं आलेखन और कर्मचारियों के लिए टंकण प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती है। काव्य गोष्ठियां, हिंदी भाषा संबंधी सेमिनार आयोजित किए जाते हैं। विद्यार्थियों के लिए निबंध लेखन वाद -विवाद प्रतियोगिता, अंताक्षरी, तकनीकी भाषा लेखन, इसके साथ ही साथ विद्यार्थियों में भी राजभाषा हिन्दी के प्रति अभिरूची उत्पन्न करने और उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। इसके अतिरिक्त सभी माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए वाक्पटुता प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है। इसके अलावा मुख्यालय क्षेत्र के महाविद्यालय स्तर के विद्यार्थियों के लिए स्वरचित कविता पाठ आयोजित किया जाता है। क्षेत्र के महाविद्यालय स्वयं इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य करते हैं।

हिन्दी पखवाड़ा के दौरान राजभाषा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में भारी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी काफी उत्साह से भाग लेते हैं। प्रशासन के सभी विभागों द्वारा भी अपने-अपने कार्यालयों में हिन्दी पखवाड़ा मनाए जाने के सिलसिले में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और कर्मचारियों को हिन्दी में कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जिसके लिए विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए प्रतियोगिताएँ आयोजित कर विजेताओं को पुरस्कृत किया जाता है। राजभाषा विभाग द्वारा हिन्दी पखवाड़ा के समापन पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाता है, जिसमें विजेताओं को पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन बड़े ही भव्य रूप से किया जाता है जिसमें बड़ी संख्या में अधिकारी, कर्मचारी और विद्यार्थी उपस्थित होते हैं।  

उच्च शिक्षा के क्षेत्र से जुड़ी संस्थाएं एवं शिक्षण संस्थान इस क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करती हैं।

*हिंदी प्रकृति और संस्कृति की भाषा है। 

हिंदी हमारे राष्ट्र का गौरव है।*

डॉ. चंद्रकांत तिवारी fb-Chandra Tewari 



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