"प्रेरणा का प्रतिफल, जीवन का सकारात्मक बिंब है"- © डॉ. चंद्रकांत तिवारी - उत्तराखंड प्रांत
"प्रेरणा का प्रतिफल, जीवन का सकारात्मक बिंब है"-
© डॉ. चंद्रकांत तिवारी - उत्तराखंड प्रांत
"Motivation teaches social students to live psychologically. There is a lot in life that can be achieved with the help of inspiration. Inspiration gives direction and vision like a guru. And like a mother, she also gives direction and love. A little inspiration makes an ordinary person extraordinary."
प्रेरणा व्यक्ति को कार्य के प्रति सकारात्मक रूप से जोड़ते हुए, जीवन जीने की नई दिशा की ओर, शत प्रतिशत ईमानदारीपूर्वक, कर्तव्यनिष्ठ और जुझारू व्यक्तित्व की दिशा की ओर लेकर जाती है। कहने का मतलब है कि प्रेरणा व्यक्ति को उसके लक्ष्य की ओर तीव्र गति से पहुंचाने में अपूर्ण योगदान को पूर्ण करती है।
जीवन में हम अपनी दैनिक / दिनचर्या में काम करते-करते कभी ना कभी निष्क्रिय से होने लगते हैं। परंतु एक छोटी-सी प्रेरणा हमें कार्य के प्रति गुणात्मक और सकारात्मक दिशा-दृष्टि प्रदान करती हैं।
अध्यापक का विद्यार्थी के प्रति प्रेरणा देना, माता-पिता का अपने पुत्र को प्रेरणा देना, मित्र का अपने समकक्ष मित्र को प्रेरणा देना, पति-पत्नी एवं साथ जीवन यापन करने के साथ-साथ सहयात्री और सहपाठी, सहमित्र सभी कहीं ना कहीं आपस में एक दूसरे को सकारात्मक रूप से प्रेरणा प्रदान करते रहते हैं। जिससे आपसी रिश्ते मधुर एवं रसमय बन जाते हैं और उनमें नई स्फूर्ति एवं ताजगी निराशा को समाप्त कर देती है। जीवन जीने की एक नई कला व्यक्ति के मन के भीतर सकारात्मक प्रेरणा का सृजन करती है। मांँ अपने पुत्र को जीवन भर आशीर्वाद के रूप में प्रेरणा प्रदान करती रहती है। पिता अपने बच्चों के प्रति अपने दैनिक कार्यों में संलग्न रहकर जो कमाई करता है एवं पसीना बहाता है वह प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से अपने ही बच्चों को प्रेरणा प्रदान कर रहा होता है।
यह जीवन की कथा है। इस कथा में सूत्रधार और सभा में उपस्थित सभी जनसमुदाय आपसी संवेदनाओं से जुड़े रहते हैं । वही संवेदना एक दूसरे को भावात्मक रूप से प्रेरणा प्रदान करती रहती है । जीवन में प्रेरणा बहुत जरूरी है । ऐसी प्रेरणा जो साधारण व्यक्ति को साधारण बना देती है । निठल्ले और कामचोर व्यक्ति को परिश्रमी और ईमानदार बना देती है । छोटे व्यक्ति को बड़ा कद प्रदान करती है और बड़े व्यक्ति को छोटे व्यक्ति के साथ सामंजस्यपूर्ण व्यवहार स्थापित करने की शक्ति प्रदान करती है। हालांकि बड़ा व्यक्ति वह है जो छोटे व्यक्ति को छोटेपन का एहसास न होने दे , परंतु प्रेरणा सर्वोपरि है। व्यक्ति की आंँखों के भीतर एक ऐसी चमक पैदा कर देती है जिसकी चमक रूपी ईंधन से व्यक्ति जीवन के प्रति सकारात्मक भावों से भर जाता है। व्यक्ति अपने सम्मुख बैठे व्यक्तित्व के साथ मित्र भाव से जीवन जीने की कला सीखना और सिखाता है। हालांकि सीखना और सिखाना एक सतत प्रक्रिया है । परंतु फिर भी इस सतत प्रक्रिया में प्रेरणा अति आवश्यक है। शिक्षक की हैसियत से प्रेरणा विद्यार्थियों के लिए अमृत की बूंदों के समान है।
जीवन एक सकारात्मक नदी की भांँति अपने गंतव्य की दिशा में सतत और अनवरत रूप से बहती रहती है। राह में पढ़ने वाले पत्थर, कंकड़, धूल, मिट्टी, हलचल पैदा करती लहरें, उठती गिरती लहरें, अनुशासन भरी लहरें यह सभी कहीं ना कहीं आगे बढ़ाने की प्रेरणा और निरंतर गति प्रदान करती हैं। यह निरंतरता और सततता , क्रियाशील रहना ही नदी को नई दिशा और जीवन देता है। राह में बाधा पहुंँचाने वाली विपरीत परिस्थितियां , स्थायी मनोबल एवं आत्मबोध को जागृत करते हुए, निरंतर प्रेरणा प्रदान करती हैं। समाज का विस्तार बहुत बड़ा है। समाज प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से व्यक्ति को प्रेरणा प्रदान करता है। सामाजिक प्रेरणा व्यक्ति को समाज में घुलने-मिलने के बाद स्वत: ही मिल जाती है। विषम परिस्थितियों में भी सामाजिक प्रेरणा व्यक्ति को एक सकारात्मक व्यक्तित्व प्रदान करती है और लक्ष्य की ओर सीमित उद्देश्यों को प्राप्त करते हुए, विजयश्री का शंखनाद फूंकती है। आत्मविश्वास का जयघोष स्थापित करती है। नि:संदेह सब जीवन में प्रेरणा का प्रतिफल है। प्रेरणा अत्यावश्यक है।
प्रशंसा करना और प्रेरणा देना दोनों में बहुत बड़ा अंतर है । प्रशंसा का क्षेत्र सीमित और व्यवहार जनित है। प्रेरणा ईश्वरीय गुण है और प्रशंसा मानवीय प्रवृत्ति का नैसर्गिक चरित्र । प्रशंसा के पीछे स्वार्थ निहित रह सकता है। परंतु प्रेरणा व्यक्ति को सद्चरित्र और निःस्वार्थ भाव से भर देती है। प्रेरणा व्यक्ति के सम्मुख एक आदर्श पाठ स्थापित करती है। व्यक्ति के भीतर अगर आत्मबल और आत्मबोध निहित हो तो वह नकारात्मकता से भी सकारात्मक प्रेरणा ग्रहण कर सकता है। कभी-कभी प्रेरणा प्रदान करने वाला व्यक्ति ईश्वर के रूप में प्रतीत होता है। प्रेरणा का प्रतिफल, जीवन का सकारात्मक बिंब है। जीवन में प्रेरणा प्रदान करते रहें यह समाज और राष्ट्र के हितार्थ होगा। प्रेरणा प्राप्त करने वाले से अधिक देने वाले को महान बनाती।
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