*छात्र-छात्राओं के लिए आज विशेष रूप से महत्वपूर्ण पल---*
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*आज पितृ दिवस, फादर्स डे है 15 जून*
उस पिता को नमन/ सादर अभिवादन जिसने हमारी पढ़ाई लिखाई में मेहनत परिश्रम करके हमें रूपए पैसे दिए हैं।
उस पिता को नमन /सादर अभिवादन जिसने फटे पुराने कपड़े पहन कर हमें अच्छे कपड़े और स्कूल, कॉलेज की ड्रेस उपलब्ध कराई है।
वह पिताजी शाम को दिन भर की थकान के बाद घर आता है कुछ ना कुछ अपने बच्चों के लिए हमेशा लेकर आता है ऐसे पिता को सादर अभिवादन
ऐसे पिता को सादर अभिवादन जो बच्चों के रात्रि खाने के बाद उनके कल के लिए स्कूल टिफिन भी तैयार करता है।
ऐसा पिता जो अपनी शिकायतों को अपने हृदय में ही रखता है और चुपचाप अपने गृहस्थ जीवन को बनाए रखना है। ऐसे पिता को सादर अभिवादन।
अपने बच्चों की हर जरूरत को पूरा करता है, चाहे उधार लेकर ही क्यों ना करें ! परंतु बच्चों की आंँखों की चमक को कभी कम नहीं होने देता..! ऐसे पिता के लिए जीवन का अंतिम सत्य है सुखी गृहस्थ जीवन को बनाए रखना। ऐसे पिता को सादर अभिवादन।
ऐसे पिता को भी सादर अभिवादन जिसने मांँ के कर्तव्यों का निर्वहन पिता बनाकर आजीवन किया है।
उस माता-पिता को नमन / सादर अभिवादन जिसने कष्ट सहकर हमें हमारी पढ़ाई में दिन-रात जागकर जीवन भर परिश्रम किया है। उस पिता को नमन / सादर अभिवादन
जिसने राष्ट्र पर मरना और राष्ट्र के लिए ही जीना सिखाया!
हमें अपने माता-पिता पर गर्व करना चाहिए और आजीवन उनको अपने हृदय और मन से कभी भी दूर नहीं करना है। माता पिता धरती पर साक्षात ईश्वर हैं।
आज पितृ दिवस है वैसे तो माता-पिता के लिए सारी जिंदगी है। कोई एक दिन क्या भला.! हम तो उनके ही अंश हैं फिर भी उनका स्मरण और साथ हमेशा रहे।
अपने माता-पिता को हमेशा सहारा दें। पिता की खामोशी घर की मजबूती का आधार है । आप अपने पिता और माता के मजबूत आधार एवं स्तंभ बनें।
©डॉ. चंद्रकांत तिवारी
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