सूचना (इंफोर्मेशन) और ज्ञान (नालेज)
There is a huge difference between information and knowledge.
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एक प्रश्न के सही उत्तर को लिखने के लिए अगर केवल विकल्प हो तो उसी प्रकार के प्रश्नों से विद्यार्थी केवल परीक्षा उत्तीर्ण कर सकता है। उसके सीखने की चुनौती बनी रहेगी।
कम से कम प्रश्नों के उत्तर लिखने के लिए विश्लेषणात्मक एवं विवेचनात्मक प्रश्नों की आवश्यकता है। प्रश्नों के उत्तर लिखने से एक साथ विभिन्न चरणों में मूल्यांकन हो सकेगा।
जैसे -
व्याकरणिक अशुद्धियांँ
लेखन कला
सृजनात्मक शक्ति
सृजनात्मक कवित्व गुण
पद लालित्य
वाक्य संयोजन
कथेत्तर गद्य के अनुरूप लेखन शैली
भाषा एवं शैली
तुलनात्मक समीक्षा लेखन कला
शोध दृष्टि के समीक्षात्मक बिंदु।
कुल मिलाकर बहुविकल्पीय प्रश्नों ने विश्लेषणात्मक और तर्कशील प्रश्नों के उत्तरों का नाश कर दिया। विद्यार्थियों के खोजी व्यक्तित्व को रटंत बनाकर समीक्षात्मक एवं तुलनात्मक अध्ययन पद्धति की परीक्षा को मूल्यांकन विहीन कर दिया। जिससे छात्रों का बौद्धिक क्षितिज मात्र परीक्षा पास करने तक ही सीमित हो गया है। आज डिग्री प्राप्त युवा बहुविकल्पीय प्रश्नों की भांँति अत्यधिक विकल्पों के मध्य स्थाई विकल्प तलाशने में व्यस्त हैं।
सूचना (इंफोर्मेशन) और ज्ञान (नालेज) दोनों में बहुत बड़ा अंतर है।
©डॉ. चंद्रकांत तिवारी
Fb-Chandra Tewari
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