सोमवार, 5 अक्टूबर 2020

माइग्रेशन और रिवर्स माइग्रेशन डॉ. चंद्र कांत तिवारी

 (माइग्रेशन- रिवर्स माइग्रेशन) उत्तराखंड - भारत

- डॉ. चंद्र कांत तिवारी

उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद, नया राज्य बनने के बाद उत्तराखंड का विकास पलायन की डरावनी तस्वीर लेकर ही सामने नजर आता है। लोगों ने अपने पैतृक और मूल गांव केवल इस लोभ के कारण छोड़ दिए कि उन्हें शहरी जन जीवन के साथ अपने बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा, चिकित्सा प्राप्त हो सके।वास्तविकता तो यही है कि आज तक उत्तराखंड के ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में विकास बहुत धीमी गति से या नहीं के बराबर हुआ है। अब ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता में होना चाहिए। सरकार को पलायन रोकने के लिए क्षेत्रीय विकास योजनाएं बनानी चाहिए। लघु व कुटीर उद्योगों को स्थाई रूप से स्थापित करना चाहिए‌। नए विश्वविद्यालयों का गठन करना चाहिए। अब समय आ गया है कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता का एजेंडा होना चाहिए। शिक्षा, चिकित्सा और कृषि को लेकर उत्तराखंड राज्य में अपार संभावनाएं हैं। इस दिशा में सरकार कारगर प्रयास करें तो पलायन पर रोक लग सकती है। अभी रिवर्स माइग्रेशन के तहत सरकार को एक ब्लू प्रिंट तैयार कर लेना चाहिए जिसके केंद्र में रोजगार प्रमुखता से होना चाहिए। अब निर्णय जनता द्वारा चुनी गई सरकार को ही करना है।

 (माइग्रेशन- रिवर्स माइग्रेशन) उत्तराखंड - भारत

- डॉ. चंद्र कांत तिवारी

उत्तर प्रदेश से अलग होने के बाद, नया राज्य बनने के बाद उत्तराखंड का विकास पलायन की डरावनी तस्वीर लेकर ही सामने नजर आता है। लोगों ने अपने पैतृक और मूल गांव केवल इस लोभ के कारण छोड़ दिए कि उन्हें शहरी जन जीवन के साथ अपने बच्चों के लिए बेहतर शिक्षा, चिकित्सा प्राप्त हो सके।वास्तविकता तो यही है कि आज तक उत्तराखंड के ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों में विकास बहुत धीमी गति से या नहीं के बराबर हुआ है। अब ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता में होना चाहिए। सरकार को पलायन रोकने के लिए क्षेत्रीय विकास योजनाएं बनानी चाहिए। लघु व कुटीर उद्योगों को स्थाई रूप से स्थापित करना चाहिए‌। नए विश्वविद्यालयों का गठन करना चाहिए। अब समय आ गया है कि उत्तराखंड के ग्रामीण क्षेत्रों का विकास सरकार की पहली प्राथमिकता का एजेंडा होना चाहिए। शिक्षा, चिकित्सा और कृषि को लेकर उत्तराखंड राज्य में अपार संभावनाएं हैं। इस दिशा में सरकार कारगर प्रयास करें तो पलायन पर रोक लग सकती है। अभी रिवर्स माइग्रेशन के तहत सरकार को एक ब्लू प्रिंट तैयार कर लेना चाहिए जिसके केंद्र में रोजगार प्रमुखता से होना चाहिए। अब निर्णय जनता द्वारा चुनी गई सरकार को ही करना है।